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Gupta Kingdom (गुप्त साम्राज्य)|गुप्त साम्राज्य: सम्पूर्ण जानकारी|Gupta Empire: Complete Information


  Gupta Kingdom (गुप्त सामराज्य)


गुप्त साम्राज्य: सम्पूर्ण जानकारी

गुप्त साम्राज्य का परिचय

गुप्त साम्राज्य भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण और स्वर्ण युग माना जाता है। यह लगभग 320 ईसापूर्व से लेकर 550 ईस्वी तक भारत के उत्तरी और मध्य भागों में विस्तृत था। इस काल को भारत का 'स्वर्ण युग' भी कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, विज्ञान, साहित्य, राजनीति, और धर्म में अभूतपूर्व विकास हुआ।


स्थापना

गुप्त साम्राज्य की स्थापना प्रथम शासक चन्द्रगुप्त प्रथम ने लगभग 320 ईस्वी में की। उन्होंने नंद वंश के पतन के बाद उत्तर भारत में अपना शासन स्थापित किया।


प्रमुख शासक

  • चन्द्रगुप्त प्रथम (लगभग 320-335 ईस्वी): साम्राज्य की नींव रखने वाले।
  • समुद्रगुप्त (लगभग 335-375 ईस्वी): गुप्त साम्राज्य का सबसे महान शासक, जिसे "भारत का नरोत्तम" कहा जाता है।
  • चन्द्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) (लगभग 375-415 ईस्वी): समृद्धि और कला के संरक्षण में प्रसिद्ध।
  • कुमारगुप्त प्रथम
  • Skandagupta
  • कुमारगुप्त द्वितीय

साम्राज्य का विस्तार

समुद्रगुप्त और चन्द्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल में गुप्त साम्राज्य ने उत्तर भारत के लगभग सभी भागों पर नियंत्रण स्थापित किया। गंगा, यमुना, नर्मदा तक उनका विस्तार था। वे दक्षिण भारत के कई राज्यों के प्रति भी सामरिक प्रभुत्व रखते थे।

जी हाँ, जारी रखते हैं—


प्रशासन, समाज और धर्म

प्रशासन व्यवस्था

  • राजा (महाराजाधिराज): गुप्त शासक को “महाराजाधिराज” या “सम्राट” कहा जाता था। उनका शासन केंद्रीकृत था, लेकिन स्थानीय प्रशासन में स्थानीय शासकों और अधिकारियों को बड़ी स्वतंत्रता दी जाती थी।
  • मंत्री और अधिकारी: राजा के नीचे मंत्री होते थे, जो राज्य के विभिन्न विभागों का संचालन करते थे, जैसे: वित्त, सेना, न्याय, कृषि आदि।
  • प्रशासनिक विभाग: गुप्त काल में प्रशासनिक विभाग व्यवस्थित थे और कृषि, व्यापार, कराधान, न्याय व्यवस्था अच्छी तरह से संचालित होते थे।
  • स्थानीय प्रशासन: ग्राम (गांव) स्तर पर पंचायतों का उल्लेख मिलता है जो स्वशासन के रूप में कार्य करती थीं।

समाज व्यवस्था

  • गुप्त काल में वर्ण व्यवस्था (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र) पूरी तरह से स्थापित थी। ब्राह्मणों को विशेष सम्मान मिला।
  • शिक्षा और शास्त्रों का विकास हुआ। नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों का प्रादुर्भाव हुआ।
  • महिलाओं की स्थिति में कुछ सुधार हुआ, लेकिन मुख्य रूप से वे घर के कामों में ही सीमित थीं।
  • कृषि प्रधान समाज था, जिसमें किसानों का महत्वपूर्ण स्थान था।

धर्म और संस्कृति

  • धर्म: गुप्त काल में वैदिक धर्म और हिन्दू धर्म का विशेष स्थान था। वेदों और पुराणों का अध्ययन प्रचलित था।
  • बौद्ध और जैन धर्म: ये धर्म भी फल-फूल रहे थे, लेकिन हिन्दू धर्म के साथ अधिक राज्य संरक्षण हिन्दू धर्म को मिला।
  • धार्मिक सहिष्णुता: इस काल में धार्मिक सहिष्णुता भी थी, विभिन्न धर्मों के लोग शांति से सह-अस्तित्व में रहते थे।
  • देवताओं की पूजा: विष्णु, शिव, देवी-देवताओं की पूजा व्यापक थी।

कला, विज्ञान और साहित्य

1. कला और वास्तुकला

  • गुप्त काल को भारतीय कला का स्वर्ण युग कहा जाता है।
  • मंदिरों और स्तूपों का निर्माण हुआ, जैसे: श्रीनगर में मंधरगिरी, और कई अन्य स्थानों पर मंदिर।
  • मूर्तिकला में देवी-देवताओं, मानव और जीवों की सुन्दर आकृतियाँ बनाईं गईं।
  • गुप्त शैली की मूर्तिकला में प्राकृतिकता और सज्जनता स्पष्ट दिखती है।
  • अजंता की गुफाएँ इस काल की उत्कृष्ट कलाकृतियाँ हैं।

विज्ञान और गणित

  • गणित के क्षेत्र में इस युग में अद्भुत प्रगति हुई। आर्यभट्ट और भास्कराचार्य जैसे गणितज्ञ और खगोलशास्त्री इसी काल के थे।
  • आर्यभट्ट ने शून्य और दशमलव पद्धति का प्रयोग किया।
  • खगोल विज्ञान, चिकित्सा, और धातु शास्त्र में भी महत्वपूर्ण शोध हुए।

साहित्य

  • गुप्त काल में संस्कृत साहित्य की चमक देखने को मिली।
  • प्रमुख कवि और साहित्यकार: कालिदास (अभिज्ञानशाकुंतलम, मेघदूत), भवभूति, भास आदि।
  • रामायण और महाभारत का सम्पादन और प्रचार हुआ।
  • संस्कृत भाषा ने इस काल में व्यापक विकास किया।


आर्थिक जीवन और सेना

आर्थिक जीवन

  • कृषि: गुप्त साम्राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि थी। सिंचाई की विधियों में सुधार हुआ जिससे उत्पादन बढ़ा। धान, गेंहू, जौ, कपास, और मिर्च आदि फसलों की खेती होती थी।
  • व्यापार: व्यापार भी गुप्त काल में खूब फल-फूल रहा था।
    • आंतरिक और बाह्य दोनों व्यापार मजबूत था।
    • समुद्री व्यापार के माध्यम से रोमन साम्राज्य, चीन, और दक्षिण-पूर्व एशिया से संपर्क था।
    • महत्वपूर्ण वस्तुएं जैसे मसाले, वस्त्र, रत्न, और धातु व्यापार में आती थीं।
  • मुद्रा प्रणाली: सुव्यवस्थित मुद्रा प्रणाली थी जिसमें सोने, चांदी, और तांबे के सिक्के प्रचलित थे। समुद्रगुप्त के स्वर्ण सिक्के विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
  • कराधान: किसानों, व्यापारियों और शिल्पकारों से कर लिया जाता था। कर प्रणाली व्यवस्थित थी और उसे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लागू किया जाता था।

सेना व्यवस्था

  • गुप्त साम्राज्य की सेना काफी मजबूत थी और इसे तीन भागों में बांटा गया था: पैदल सेना, घुड़सवार सेना, और हाथी सेना।
  • समुद्रगुप्त की सैन्य नीतियां बहुत प्रभावशाली थीं, उन्होंने कई राज्यों को परास्त कर साम्राज्य का विस्तार किया।
  • सेना में अच्छी रणनीति और हथियारों का उपयोग होता था, जैसे धनुष-बाण, तलवारें, और भाले।
  • समुद्रगुप्त को “नरोत्तम” (मानवों का श्रेष्ठ) भी कहा जाता है, जो उनकी सैन्य विजय और प्रशासनिक कौशल को दर्शाता है।

पतन के कारण और गुप्त काल का महत्व

पतन के कारण

  • 5वीं शताब्दी के अंत और 6वीं शताब्दी के प्रारंभ में गुप्त साम्राज्य कमजोर होने लगा।
  • मुख्य कारण थे:
    • हुनों (हर्षकोंदों) का आक्रमण: मध्य एशिया से आए हूणों ने गुप्त साम्राज्य पर आक्रमण किया।
    • आंतरिक कमजोरियाँ: प्रशासनिक और सैन्य कमजोरी, क्षेत्रीय सेनापतियों का विद्रोह।
    • राजनीतिक विखंडन: साम्राज्य के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग राजा और शासकों का उदय।
  • अंततः 550 ईस्वी तक गुप्त साम्राज्य का पतन हो गया।

गुप्त काल का महत्व

  • स्वर्ण युग: कला, साहित्य, और विज्ञान के क्षेत्र में गुप्त काल को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है।
  • संस्कृत का उत्कर्ष: संस्कृत साहित्य और नाटक की दृष्टि से यह काल अत्यंत समृद्ध था।
  • वैज्ञानिक प्रगति: गणित, खगोलशास्त्र, चिकित्सा और अन्य विज्ञानों में उल्लेखनीय विकास हुआ।
  • सामाजिक और धार्मिक सहिष्णुता: हिन्दू धर्म के साथ-साथ बौद्ध और जैन धर्म को भी सहिष्णुता मिली।
  • राजनीतिक स्थिरता: एक बड़े क्षेत्र में केंद्रीकृत शासन व्यवस्था विकसित हुई।

गुप्त साम्राज्य के प्रमुख शासक और उनके योगदान

चन्द्रगुप्त प्रथम (लगभग 320-335 ईस्वी)

  • गुप्त वंश के संस्थापक।
  • उसने अपने साम्राज्य का विस्तार पाटलिपुत्र के आसपास किया।
  • उसने देवी कुमारी (लक्ष्मी) से विवाह किया, जिससे उसके साम्राज्य की राजनीतिक स्थिति मजबूत हुई।
  • उसने “महाराजाधिराज” का खिताब धारण किया।

समुद्रगुप्त (लगभग 335-375 ईस्वी)

  • गुप्त साम्राज्य के सबसे महान शासक।
  • उनके शासनकाल को भारतीय इतिहास में सबसे शक्तिशाली और सफल माना जाता है।
  • वे वीरता और न्यायप्रियता के लिए प्रसिद्ध थे।
  • कालिदास ने समुद्रगुप्त का उल्लेख अपनी कृति ‘मेघदूत’ में किया है।
  • उन्होंने अपने कई अभियानों से उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों को अपने अधीन किया।
  • उनकी विजय सूची ‘पुण्ड्रिका प्रताप’ में अंकित है।

चन्द्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) (लगभग 375-415 ईस्वी)

  • समुद्रगुप्त के उत्तराधिकारी।
  • उन्होंने अपना साम्राज्य दक्षिण भारत तक फैलाया।
  • कला, साहित्य और विज्ञान के संरक्षण में प्रसिद्ध।
  • कालिदास, धन्वंतरि और अन्य महान विद्वानों के संरक्षक रहे।
  • उन्होंने ‘कुमारों’ की सेना के साथ मित्रता की और राजनीतिक विवाह से साम्राज्य को मजबूत किया।

कुमारगुप्त प्रथम

  • उन्होंने साम्राज्य को पुनः संगठित किया।
  • नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण उनके समय में हुआ।
  • धार्मिक सहिष्णुता का विकास किया।

स्कन्दगुप्त

  • हूणों के आक्रमणों का सामना किया।
  • अपनी सैन्य क्षमता से साम्राज्य को बचाया।

गुप्त साम्राज्य की सांस्कृतिक उपलब्धियाँ

1. साहित्य

  • कालिदास: उन्होंने ‘अभिज्ञानशाकुंतलम’, ‘मेघदूत’, ‘रघुवंश’ जैसे अमर ग्रंथ लिखे।
  • भास: संस्कृत नाटककार जिनके नाटक आज भी लोकप्रिय हैं।
  • कुमारिल भट्ट: एक महत्वपूर्ण दार्शनिक और न्यायशास्त्री।
  • धन्वंतरि: आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रसिद्ध।

कला और वास्तुकला

  • मूर्तिकला: देवताओं की मूर्तियाँ अत्यंत सुंदर और प्राकृतिक थीं।
  • अजंता की गुफाएँ: भित्ति चित्र और स्थापत्य कला के अद्भुत नमूने।
  • मंदिर निर्माण: इस काल के मंदिरों की वास्तुकला ने भारतीय मंदिर कला की नींव रखी।

विज्ञान और गणित

  • आर्यभट्ट: शून्य और दशमलव पद्धति के प्रणेता।
  • भास्कराचार्य: गणित और खगोलशास्त्र के महान विद्वान।
  • चिकित्सा: आयुर्वेद और शल्य चिकित्सा में प्रगति।


गुप्त साम्राज्य का सामाजिक और धार्मिक जीवन

सामाजिक जीवन

  • वर्ण व्यवस्था: गुप्त काल में समाज में वर्ण व्यवस्था (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र) पूरी तरह स्थापित थी और सामाजिक व्यवहार इसी व्यवस्था के अनुसार होता था। ब्राह्मणों को विशेष सम्मान और अधिकार प्राप्त थे।
  • महिलाओं की स्थिति: महिलाओं को मुख्यतः गृहिणी का दर्जा प्राप्त था। वे शिक्षा प्राप्त करती थीं, विवाह परंपराएं थीं और उन्हें घरेलू कर्तव्यों के साथ-साथ धार्मिक कार्यों में भी भागीदारी मिलती थी। कुल मिलाकर महिलाओं की स्थिति पहले से थोड़ी बेहतर मानी जाती है, लेकिन आज़ादी सीमित थी।
  • शिक्षा: शिक्षा को महत्वपूर्ण माना गया। नालंदा, तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय स्थापित हुए, जहाँ बौद्ध, जैन और हिन्दू धर्म के शास्त्र पढ़ाए जाते थे।
  • पंचायत व्यवस्था: ग्राम स्तर पर पंचायतें सक्रिय थीं जो स्थानीय प्रशासन और न्याय व्यवस्था संभालती थीं।

धार्मिक जीवन

  • हिंदू धर्म का उत्थान: गुप्त काल में वेदों और पुराणों का अध्ययन प्रचलित था, और विष्णु, शिव, देवी-देवताओं की पूजा का व्यापक प्रसार था। वैष्णव सम्प्रदाय का विकास हुआ।
  • बौद्ध धर्म और जैन धर्म: इन धर्मों को भी संरक्षण मिला। बौद्ध मठों और जैन संघों को सामाजिक महत्व मिला।
  • धार्मिक सहिष्णुता: विभिन्न धर्मों के बीच सह-अस्तित्व और सम्मान की भावना प्रबल थी।
  • धार्मिक साहित्य: इस काल में कई धार्मिक ग्रंथों का सृजन और सम्पादन हुआ, जैसे पुराण, उपनिषद्, और स्मृतियाँ।


गुप्त काल की सांस्कृतिक विरासत और महत्व

कला और स्थापत्य

  • गुप्त काल की मूर्तिकला और स्थापत्य कला ने भारतीय कला की नींव रखी।
  • अजंता गुफाओं के भित्ति चित्र विश्व धरोहर माने जाते हैं।
  • मंदिर स्थापत्य की शैली का विकास हुआ जिसने भारत के बाद के मंदिरों के निर्माण को दिशा दी।

साहित्य और नाट्य कला

  • संस्कृत साहित्य के शिखर काल के रूप में यह युग याद किया जाता है।
  • नाटकों और काव्यों ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध किया।
  • कालिदास के कार्य आज भी विश्व साहित्य में स्थान रखते हैं।

विज्ञान और गणित

  • गणित में शून्य का प्रयोग और दशमलव पद्धति का विकास हुआ।
  • खगोलशास्त्र और आयुर्वेद में गुप्त काल के वैज्ञानिकों ने उल्लेखनीय योगदान दिया।

प्रशासन और राजनीति

  • केंद्रीकृत प्रशासन का आदर्श स्थापित हुआ।
  • राजतंत्र की मजबूत नींव रखी गई।


गुप्त साम्राज्य का पतन और बाद का प्रभाव

पतन

  • हूणों के आक्रमण, आंतरिक कमजोरियाँ, और साम्राज्य के विस्तार के कारण गुप्त साम्राज्य का अंत हुआ।
  • पतन के बाद भारत के विभिन्न भाग छोटे-छोटे राज्यों में बंट गए।

बाद का प्रभाव

  • गुप्त काल के सांस्कृतिक, प्रशासनिक और वैज्ञानिक उपलब्धियों ने भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास पर गहरा प्रभाव डाला।
  • बाद के राजवंशों ने गुप्त काल के मॉडल को अपनाया।
  • भारतीय संस्कृति, कला और साहित्य के विकास में गुप्त काल का योगदान अमूल्य माना जाता है।

गुप्त काल के सामाजिक सुधार और शिक्षा

शिक्षा का विकास

  • गुप्त काल में शिक्षा का बहुत विकास हुआ। नालंदा विश्वविद्यालय और तक्षशिला जैसे शिक्षण केंद्र इस युग के महान शिक्षण संस्थान थे।
  • शिक्षा में मुख्यतः धर्म, दर्शन, गणित, खगोलशास्त्र, साहित्य और चिकित्सा शामिल थे।
  • शिक्षण पद्धति गुरुकुल पर आधारित थी जहाँ शिक्षक (गुरु) और शिष्य के बीच प्रत्यक्ष संवाद होता था।
  • विद्यार्थियों को संस्कृत और प्राचीन भाषाओं में शिक्षित किया जाता था।

सामाजिक सुधार

  • गुप्त काल में जाति व्यवस्था सख्ती से लागू थी, लेकिन धार्मिक सहिष्णुता भी थी।
  • महिलाओं के लिए शिक्षा और कला में भागीदारी के अवसर सीमित लेकिन मौजूद थे।
  • ब्राह्मण वर्ग को राज्य से विशेष संरक्षण मिला, जिसके कारण धार्मिक और सामाजिक ग्रंथों का प्रचार-प्रसार हुआ।
  • पंचायती व्यवस्था ने स्थानीय स्तर पर प्रशासन और सामाजिक न्याय स्थापित किया।

गुप्त काल के धार्मिक ग्रंथ और दार्शनिक विचार

धार्मिक ग्रंथ

  • गुप्त काल में पुराणों का पुनर्लेखन और विस्तार हुआ।
  • वेदों और उपनिषदों का अध्ययन प्रबल हुआ।
  • इस काल में हिन्दू धर्म की विभिन्न शाखाओं का विकास हुआ, जैसे वैष्णव, शैव और शाक्त संप्रदाय।

दार्शनिक विचार

  • भौतिकवाद और बौद्ध धर्म के साथ-साथ वेदांत और सांख्य दर्शन का प्रचार हुआ।
  • कुमारिल भट्ट जैसे दार्शनिकों ने वैदिक धर्म की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया।
  • धार्मिक सहिष्णुता की नीति से विभिन्न विचारधाराएँ स्वतंत्र रूप से फल-फूल सकीं।

गुप्त काल की कला और स्थापत्य के प्रमुख उदाहरण


अजंता और एलोरा की गुफाएँ

  • अजंता की भित्ति चित्र गुप्त कला के सर्वोत्तम उदाहरण हैं, जिनमें भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं का चित्रण है।
  • गुफाओं में मूर्तिकला और चित्रकारी दोनों का अनूठा संगम देखने को मिलता है।


मंदिर वास्तुकला

  • गुप्त काल में मंदिर निर्माण का आरंभ हुआ, जिनमें शिखर और गर्भगृह की संरचना विकसित हुई।
  • इससे बाद के हिंदू मंदिर वास्तुकला की नींव पड़ी।


मूर्तिकला

  • गुप्त कला की मूर्तियां प्राकृतिक मुद्रा, सुगठित अंग और भावपूर्ण चेहरे की खासियत रखती हैं।
  • विष्णु, शिव, पार्वती, बुद्ध आदि की मूर्तियाँ प्रसिद्ध हैं।


गुप्त साम्राज्य के सैन्य अभियान

समुद्रगुप्त के सैन्य अभियान

  • समुद्रगुप्त को “नरोत्तम” (मानवों का श्रेष्ठ) कहा जाता है।
  • उन्होंने अपने सैन्य अभियानों में लगभग पूरे उत्तर भारत के राज्यों को पराजित किया।
  • उनकी विजय सूची ‘प्रशस्ति पत्र’ में उल्लेखित है, जिसमें उन्होंने पंड्य, चोल, और अन्य दक्षिणी राज्यों को भी वर्चस्व में लाने का दावा किया है।
  • समुद्रगुप्त ने अपनी सेना का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जिसमें पैदल सेना, घुड़सवार सेना, और हाथी सेना शामिल थी।
  • उन्होंने हूणों और अन्य बाहरी आक्रमणकारियों को भी परास्त किया।


चन्द्रगुप्त द्वितीय के सैन्य अभियान

  • उन्होंने शक्ति और प्रभाव के लिए पश्चिमी भारत के क्षेत्र को विजय किया।
  • उनके सैन्य अभियान ने गुजरात और मालवा के क्षेत्रों को भी अपने अधीन किया।
  • राजनीतिक विवाह से उन्होंने गुप्त साम्राज्य को मजबूत किया।


गुप्त साम्राज्य की आर्थिक व्यवस्था


कृषि

  • कृषि गुप्त साम्राज्य की मुख्य आय का स्रोत था।
  • सिंचाई के साधनों में सुधार हुआ। नदियों का पानी खेतों तक पहुँचाने के लिए नहरों का निर्माण किया गया।
  • प्रमुख फसलें थीं: चावल, गेहूं, जौ, तिलहन, और मसाले।


व्यापार

  • आंतरिक और बाह्य व्यापार दोनों मजबूत थे।
  • समुद्री व्यापार के माध्यम से रोमन, चीन और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ व्यापार किया जाता था।
  • मसाले, रेशम, कीमती पत्थर, और धातु के सामान व्यापार के मुख्य उत्पाद थे।


मुद्रा प्रणाली

  • सुव्यवस्थित मुद्रा प्रणाली थी। सोने, चाँदी और तांबे के सिक्के प्रचलित थे।
  • समुद्रगुप्त के स्वर्ण सिक्के सबसे प्रसिद्ध हैं, जिनमें उनकी विजय के चित्र अंकित हैं।


कराधान

  • किसानों, व्यापारियों, और कारीगरों से कर लिया जाता था।
  • कर प्रणाली सुव्यवस्थित और प्रभावी थी।


गुप्त काल के प्रमुख विद्वान और उनके योगदान


कालिदास

  • संस्कृत के महान कवि और नाटककार।
  • अभिज्ञानशाकुंतलम’, ‘मेघदूत’, और ‘रघुवंश’ उनकी प्रसिद्ध रचनाएं हैं।
  • उन्होंने साहित्य को नये आयाम दिए।


आर्यभट्ट

  • महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री।
  • शून्य, दशमलव पद्धति, और ग्रह-नक्षत्रों के सिद्धांत उनके योगदान हैं।
  • उनका खगोल विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है।


भास

  • संस्कृत नाटककार।
  • प्रतिज्ञा युति’ और ‘मालतीमाधव’ उनके प्रसिद्ध नाटक हैं।


धन्वंतरि

  • आयुर्वेद के संस्थापक।
  • चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया।


गुप्त काल में विज्ञान और शिक्षा

गणित और खगोलशास्त्र

  • आर्यभट्ट: गुप्त काल के महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री, जिन्होंने शून्य के महत्व को पहचाना और दशमलव पद्धति विकसित की। उन्होंने पृथ्वी की धुरी पर तिपहिया घूर्णन और सूर्य की परिक्रमा का सिद्धांत प्रस्तुत किया।
  • भास्कराचार्य: गणित और खगोलशास्त्र के क्षेत्र में उनके योगदान से गणितीय संख्याएं, त्रिकोणमिति और ज्यामिति की समझ विकसित हुई।
  • गुप्त काल में गणित ने शून्य, ऋणात्मक संख्याएं, और बीजगणित के प्रारंभिक सिद्धांत दिए।

चिकित्सा और आयुर्वेद

  • गुप्त काल में आयुर्वेदिक चिकित्सा और शल्य चिकित्सा का विकास हुआ।
  • चिकित्सकीय ग्रंथों का सम्पादन हुआ और चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा मिला।
  • चिकित्सकों को राज्य से संरक्षण और सम्मान मिला।


शिक्षा संस्थान

  • नालंदा विश्वविद्यालय: गुप्त काल में शिक्षा का प्रमुख केंद्र, जहाँ विभिन्न विषयों की शिक्षा दी जाती थी।
  • तक्षशिला: यह भी एक प्रमुख शिक्षा केंद्र था, जहाँ युद्धकला, राजनीति, दर्शन, और चिकित्सा सिखाई जाती थी।
  • गुरु-शिष्य परंपरा के तहत शिक्षा दी जाती थी।


गुप्त काल का कला और संस्कृति पर प्रभाव

संगीत और नृत्य

  • संगीत और नृत्य को गुप्त काल में उच्च सम्मान मिला।
  • दरबारों में संगीतकार और नर्तक होते थे।
  • संगीत और नृत्य कला का विकास हुआ और धार्मिक अनुष्ठानों में उनका समावेश हुआ।

कपड़ा और वस्त्र

  • वस्त्र और कपड़ा उद्योग भी इस काल में विकसित था।
  • रेशमी और सूती वस्त्र प्रसिद्ध थे, जो आंतरिक और विदेशी बाजारों में बिकते थे।


चित्रकला और मूर्तिकला

  • अजंता की गुफाओं में चित्रकला का उत्कर्ष हुआ, जो गुप्त कला की विशेष पहचान है।
  • मूर्तिकला में मानव शरीर की सूक्ष्मता और प्राकृतिकता को बखूबी दर्शाया गया।


गुप्त साम्राज्य का पतन और बाद के राजनीतिक बदलाव

गुप्त साम्राज्य के पतन के कारण

  • हूणों के आक्रमण: 5वीं सदी के अंत और 6वीं सदी के प्रारंभ में मध्य एशिया से आए हूण (हेफ्थलाइट्स) ने गुप्त साम्राज्य पर आक्रमण किया। ये आक्रमण साम्राज्य की सैन्य और आर्थिक स्थिति को कमजोर करने वाले रहे।
  • आंतरिक कलह: प्रशासनिक कमजोरी, सिंहासन संघर्ष और सामंतों का बढ़ता प्रभाव गुप्त शासन को कमजोर करने लगे।
  • सैन्य हानि: बार-बार के युद्धों और आक्रमणों में सेना की शक्ति कम हुई।
  • आर्थिक कठिनाइयाँ: निरंतर युद्धों और आक्रमणों से अर्थव्यवस्था कमजोर हुई।


राजनीतिक विखंडन

  • गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद भारत में कई छोटे-छोटे राज्यों और राजवंशों का उदय हुआ।
  • कुछ प्रमुख राजवंशों में हर्षवर्धन का साम्राज्य, वर्धमान साम्राज्य, और बाद में विभिन्न राजपूत और अन्य क्षेत्रीय शासकों का राज्य शामिल था।
  • राजनीतिक विखंडन के कारण भारत के विभिन्न हिस्सों में सत्ता का अस्थिर और कमजोर होना देखा गया।

गुप्त साम्राज्य की भारतीय इतिहास में भूमिका और विरासत

स्वर्ण युग का प्रतीक

  • गुप्त काल को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है क्योंकि इस दौरान कला, साहित्य, विज्ञान और धर्म में अभूतपूर्व विकास हुआ।
  • इस काल की उपलब्धियाँ बाद के युगों के लिए आदर्श बनीं।


सांस्कृतिक समृद्धि

  • गुप्त काल ने संस्कृत साहित्य, नाट्य कला, संगीत, मूर्तिकला और वास्तुकला को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
  • धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक समरसता का आदर्श प्रस्तुत किया।


प्रशासनिक आदर्श

  • गुप्त काल की केंद्रीकृत प्रशासनिक व्यवस्था ने भारत में शासन के लिए एक मॉडल प्रदान किया।
  • साम्राज्य के विस्तार और संरक्षण के लिए दी गई रणनीतियाँ राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।


वैज्ञानिक योगदान

  • गणित, खगोलशास्त्र, चिकित्सा, और अन्य विज्ञानों में गुप्त काल के विद्वानों ने अमूल्य योगदान दिया।
  • ये ज्ञान बाद के कालों में भी प्रभावशाली रहा।

 

Note:-

  • गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी शताब्दी के अंतिम छोर में उत्तर भारत में हुआ। इसकी स्थापना प्रयाग (आज का इलाहाबाद) के निकट कौशाम्बी क्षेत्र में हुई।
  • गुप्त वंश के संस्थापक श्रीगुप्त थे, जिनका शासनकाल लगभग 240-280 ई. माना जाता है।
  • श्रीगुप्त के उत्तराधिकारी घटोत्कच थे (लगभग 280-320 ई.), जो गुप्त वंश के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण रहे।
  • गुप्त वंश के प्रथम महान सम्राट् चन्द्रगुप्त प्रथम थे, जिन्होंने लगभग 320 ई. में सिंहासन ग्रहण किया। उन्होंने लिच्छवि राजकुमारी कुमारदेवी से विवाह किया, जिससे राजनीतिक गठबंधन मजबूत हुआ। चन्द्रगुप्त प्रथम ने 'महाराजाधिराज' की उपाधि धारण की।
  • चन्द्रगुप्त प्रथम ने गुप्त संवत् (लगभग 319-320 ई.) की शुरुआत की।
  • चन्द्रगुप्त प्रथम के उत्तराधिकारी समुद्रगुप्त (लगभग 320-375 ई.) थे। समुद्रगुप्त को उनकी विजयों के लिए 'भारत का नेपोलियन' कहा जाता है। उन्होंने उत्तर में आयावर्त के 9 शासकों और दक्षिण में 12 शासकों को पराजित किया।
  • समुद्रगुप्त ने 'अश्वमेध यज्ञकर्ता', 'विक्रमक', 'परमभागवत' और 'कविराज' की उपाधियाँ धारण कीं।
  • समुद्रगुप्त विष्णु का उपासक था और संगीत प्रेमी भी माना जाता है। उनके सिक्कों पर उन्हें वीणा बजाते हुए दर्शाया गया है।
  • समुद्रगुप्त के दरबारी कवि हरिषेण थे, जिन्होंने प्रसिद्ध इलाहाबाद प्रशस्ति लेख की रचना की, जो समुद्रगुप्त के जीवन और विजयों का प्रमुख स्रोत है।
  • समुद्रगुप्त के उत्तराधिकारी चन्द्रगुप्त द्वितीय (लगभग 375-415 ई.) थे। उनके शासनकाल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग माना जाता है।
  • चन्द्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल में चीनी बौद्ध यात्री फाहियान भारत आए और उन्होंने गुप्त काल की समृद्ध संस्कृति का वर्णन किया।
  • चन्द्रगुप्त द्वितीय ने शकों पर विजय प्राप्त की और उनकी स्मृति में चौड़ी (चौदी) नामक स्वर्ण सिक्के जारी किए।
  • चन्द्रगुप्त द्वितीय के राजकवि 'शाब' थे। इस समय पाटलिपुत्र और उज्जयिनी शिक्षा के प्रमुख केंद्र थे।
  • पौराणिक कथाओं के अनुसार चन्द्रगुप्त द्वितीय के दरबार में नौ प्रमुख विद्वान (नवरत्न) थे, जिनमें महाकवि कालिदास प्रमुख थे। अन्य विद्वान थे: धन्वंतरी, क्ष्यपणक (फलित ज्योतिषी), अमरसिंह (कोशकार), शंकु (वास्तुकार), वेतालभट्ट, घटकर्पर, वाराहमिहिर (खगोलविद्), वररुचि।
  • चन्द्रगुप्त द्वितीय के सचिव वीरसेन शैव मतालंडी थे, जिन्होंने शिव पूजा के लिए उदयगिरि पर्वत पर गुफा बनवाई। वीरसेन व्याकरण, न्यायमीमांसा और कविता के पंडित भी थे।
  • चन्द्रगुप्त द्वितीय के उत्तराधिकारी कुमारगुप्त I (लगभग 415-455 ई.) थे। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कर शिक्षा को प्रोत्साहन दिया।
  • कुमारगुप्त के बाद स्कन्धगुप्त I (लगभग 455-467 ई.) शासन में आए, जिन्होंने गिरनार पर्वत पर सुदर्शन झील का पुनरुद्धार किया और पर्णदत्त को सौराष्ट्र का गवर्नर नियुक्त किया।
  • स्कन्धगुप्त के शासनकाल में हूणों (हुन शासकों) का आक्रमण शुरू हुआ, जिससे गुप्त साम्राज्य कमजोर होने लगा।
  • गुप्त वंश के अंतिम शासक को सामान्यत: विष्णुगुप्त माना जाता है।

प्रशासन व्यवस्था

  • गुप्त साम्राज्य की सबसे बड़ी प्रशासनिक इकाई 'देश' थी, जिसके शासक को 'गोपना' कहा जाता था।
  • 'देश' के अंतर्गत 'भुक्ति' आती थी, जिसके शासक 'उपरी' कहलाते थे।
  • 'भुक्ति' के नीचे 'विषय' नामक इकाई थी, जिसके प्रमुख को 'विषयपति' कहा जाता था।
  • पुलिस विभाग का प्रमुख अधिकारी 'दंडपाशक' था।
  • पुलिस के सामान्य कर्मचारी 'चाट' और 'भाट' कहलाते थे।
  • सबसे छोटी प्रशासनिक इकाई 'ग्राम' थी, जिसका संचालन 'ग्राम सभा' करती थी। ग्राम सभा के मुखिया को 'ग्रामिक' और अन्य सदस्यों को 'महलर' कहा जाता था।
  • ग्राम समूह की छोटी इकाई को 'पेठ' कहा जाता था।
  • गुप्त काल के ताम्रपत्रों जैसे कुमारगुप्त के दामोदरपुर ताम्रपत्र में भूमि बिक्री से संबंधित अधिकारियों के कार्यों का उल्लेख मिलता है।

आर्थिक व्यवस्था और सामाजिक स्थिति

  • भूमि के प्रकार (आर्थिक उपयोगिता के अनुसार) -
     1.
    क्षेत्र : कृषि योग्य भूमि
     2.
    वास्तु : आवास योग्य भूमि
     3.
    चरागाह : पशुओं के लिए चारा योग्य भूमि
     4.
    सिल : जोतने योग्य नहीं भूमि
     5.
    अप्रहत : जंगली, अनाज उगाने योग्य नहीं भूमि
  • सिंचाई के लिए रहट (पानी निकालने वाला यंत्र) का प्रयोग होता था।
  • स्थानीय प्रशासन में श्रेणी के प्रधान को 'ज्येष्ठक' कहा जाता था।
  • उज्जयिनी गुप्तकालीन व्यापार का प्रमुख केंद्र था।
  • गुप्त राजाओं ने स्वर्ण मुद्राओं (दीनार) और चांदी के सिक्के (रूप्यका) जारी किए।
  • कायस्थों का उल्लेख याज्ञवल्क्य स्मृति में मिलता है, जो प्रशासन में महत्वपूर्ण थे।
  • विंध्य के जंगलों में शबर जनजाति के लोग मानव बलि देते थे (ऐतिहासिक तथ्य)।
  • सती प्रथा का पहली बार प्रमाण भानुगुप्त के 510 ई. के एरण अभिलेख में मिलता है।
  • गुप्तकाल में वेश्यावृत्ति में संलग्न महिलाओं को 'गणिका' और वृद्ध वेश्याओं को 'कुट्टनी' कहा जाता था।

धर्म, कला और संस्कृति

  • गुप्त सम्राट् वैष्णव धर्म के अनुयायी थे और इसे राजधर्म के रूप में अपनाया। विष्णु का वाहन गरुड़ गुप्तों का राजचिह्न था।
  • गुप्तकालीन वैष्णव धर्म से संबंधित प्रमुख मंदिर देवगढ़ (जिला ललितपुर) में दशावतार मंदिर है, जो बेतवा नदी के किनारे स्थित है।
  • अजंता की 29 गुफाओं में से लगभग 6 गुप्तकालीन हैं, जिनमें गुफा संख्या 16 और 17 प्रमुख हैं। गुफा 16 में मरणासन्न राजकुमारी का चित्र प्रसिद्ध है, और गुफा 17 में बुद्ध के जीवन के चित्र बने हैं।
  • अजंता की गुफाएँ बौद्ध धर्म की महायान शाखा से संबंधित हैं।
  • मध्य प्रदेश के धार जिले में गुप्तकालीन बाघ की गुफा विंध्य पर्वत की पहाड़ियों में खोदी गई है।
  • पंचतंत्र की रचना संस्कृत में गुप्तकाल में हुई; इसके रचनाकार विष्णु शर्मा थे। पंचतंत्र पाँच भागों में विभाजित है: मित्रभेद, मित्रलाभ, संधि-विग्रह, लब्ध-प्रणाश, अपरीक्षाकारित्व।
  • आर्यभट्ट ने 'आर्यभट्टीयम' और 'सूर्यसिद्धांत' ग्रंथ लिखे, जिनमें ग्रहणों के कारण और पृथ्वी के घूमने का वर्णन है।
  • वराहमिहिर की 'वृहत्संहिता' में नक्षत्रविद्या, वनस्पति शास्त्र, प्राकृतिक इतिहास और भूगोल का वर्णन है।
  • अर्यगुप्त गणितज्ञ और खगोल वैज्ञानिक थे, जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का प्रारंभिक वर्णन किया।
  • गुप्तकालीन चिकित्सा ग्रंथों में 'हस्त्यायुर्वेद' और 'नवनीतकम्' प्रमुख हैं।
  • पुराणों के वर्तमान स्वरूप की रचना भी गुप्तकाल में हुई।
  • संस्कृत गुप्त राजाओं की शासकीय भाषा थी।
  • चांदी के सिक्कों को 'रूप्यका' कहा जाता था।
  • याज्ञवल्क्य, नारद, कात्यायन और बृहस्पति स्मृतियाँ भी गुप्तकालीन मानी जाती हैं।
  • मंदिर निर्माण कला का विकास गुप्तकाल में हुआ, और त्रिमूर्ति की अवधारणा इसी काल की है।
  • गुप्त वंश के शासकों ने मंदिरों और ब्राह्मणों को ग्राम अनुदान दिया।
  • नाटककार भास के तेरह नाटक गुप्तकालीन माने जाते हैं। शूद्रक का नाटक 'मृच्छकटिकम्' भी इसी काल का महत्वपूर्ण नाटक है।
  • कालिदास की 'अभिज्ञानशाकुंतलम्' पहली भारतीय कृति है जिसका यूरोपीय भाषाओं में अनुवाद हुआ।
  • सांस्कृतिक उन्नति के कारण गुप्तकाल को भारतीय इतिहास का 'स्वर्ण युग' कहा जाता है।
  • गुप्तकाल में नगरों का क्रमिक पतन भी एक विशेषता थी।

 

 

गुप्त साम्राज्य के विषय में  MCQ

गुप्त साम्राज्य की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
a) 320
ईस्वी
b) 250
ईस्वी
c) 150
ईस्वी
d) 500
ईस्वी
उत्तर: a) 320 ईस्वी

 

गुप्त साम्राज्य के संस्थापक कौन थे?
a)
समुद्रगुप्त
b)
चन्द्रगुप्त प्रथम
c)
विक्रमादित्य
d)
कुमारगुप्त
उत्तर: b) चन्द्रगुप्त प्रथम

 

गुप्त काल को भारतीय इतिहास में किस नाम से जाना जाता है?
a)
ताम्र युग
b)
स्वर्ण युग
c)
लौह युग
d)
पाषाण युग
उत्तर: b) स्वर्ण युग

 

समुद्रगुप्त को किस नाम से भी जाना जाता है?
a)
नरोत्तम
b)
विक्रमादित्य
c)
नरेश्वर
d)
अशोक
उत्तर: a) नरोत्तम

 

गुप्त साम्राज्य के किस शासक को ‘विक्रमादित्य’ के नाम से जाना जाता है?
a)
चन्द्रगुप्त प्रथम
b)
समुद्रगुप्त
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
कुमारगुप्त
उत्तर: c) चन्द्रगुप्त द्वितीय

 

गुप्त काल में सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय कौन सा था?
a)
तक्षशिला
b)
नालंदा
c)
विक्रमशिला
d)
विदिशा
उत्तर: b) नालंदा

 

गुप्त काल के दौरान कौन सा प्रमुख धर्म प्रचलित था?
a)
जैन धर्म
b)
बौद्ध धर्म
c)
हिंदू धर्म
d)
ईसाई धर्म
उत्तर: c) हिंदू धर्म

 

गुप्त काल के महान कवि कौन थे?
a)
कालिदास
b)
तुलसीदास
c)
बाणभट्ट
d)
मीराबाई
उत्तर: a) कालिदास

 

अभिज्ञानशाकुंतलम’ के लेखक कौन हैं?
a)
भास
b)
कालिदास
c)
विद्यापति
d)
तुलसीदास
उत्तर: b) कालिदास

 

गुप्त काल के प्रमुख गणितज्ञ कौन थे?
a)
आर्यभट्ट
b)
वराहमिहिर
c)
भास्कराचार्य
d)
भास
उत्तर: a) आर्यभट्ट

 

गुप्त काल में प्रमुख मुद्रा कौन सी थी?
a)
तांबे के सिक्के
b)
स्वर्ण सिक्के
c)
कांस्य के सिक्के
d)
लौह के सिक्के
उत्तर: b) स्वर्ण सिक्के

 

समुद्रगुप्त की विजय सूची किस ग्रंथ में मिलती है?
a)
पुण्ड्रिका प्रताप
b)
रामायण
c)
महाभारत
d)
ऋग्वेद
उत्तर: a) पुण्ड्रिका प्रताप

 

गुप्त साम्राज्य के पतन का मुख्य कारण क्या था?
a)
हूणों के आक्रमण
b)
विदेशी व्यापारी
c)
प्राकृतिक आपदा
d)
आर्थिक संकट
उत्तर: a) हूणों के आक्रमण

 

अजंता की गुफाएँ किस युग की हैं?
a)
मौर्य काल
b)
गुप्त काल
c)
मीडियावाल युग
d)
इब्राहीमी काल
उत्तर: b) गुप्त काल

 

गुप्त काल में प्रमुख भाषा कौन सी थी?
a)
संस्कृत
b)
प्राकृत
c)
पाली
d)
हिंदी
उत्तर: a) संस्कृत

 

नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण किस शासक ने कराया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त प्रथम

 

गुप्त काल में प्रमुख कला का प्रकार क्या था?
a)
मूर्तिकला और भित्ति चित्र
b)
चित्रकला और धातु शिल्प
c)
चित्रकला और नाटक
d)
सभी उपर्युक्त
उत्तर: d) सभी उपर्युक्त

 

गुप्त काल के शासन का स्वरूप क्या था?
a)
लोकतंत्र
b)
साम्राज्यवादी केंद्रीकृत शासन
c)
गणराज्य
d)
तानाशाही
उत्तर: b) साम्राज्यवादी केंद्रीकृत शासन

 

गुप्त काल के समय कौन सा महान नाटककार प्रसिद्ध था?
a)
भास
b)
कालिदास
c)
शूद्रक
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) भास

 

गुप्त काल के दौरान हूणों के आक्रमण का मुकाबला किसने किया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त द्वितीय
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त द्वितीय

 

अजंता की गुफाएँ किस कला के लिए प्रसिद्ध हैं?
a)
मूर्तिकला
b)
भित्ति चित्र
c)
नृत्य
d)
संगीत
उत्तर: b) भित्ति चित्र

 

गुप्त काल की मूर्तिकला में किस देवता की प्रतिमा अधिक मिलती है?
a)
बुद्ध
b)
विष्णु और शिव
c)
ईसा मसीह
d)
ज़ोरोस्ट्रियन देवता
उत्तर: b) विष्णु और शिव

 

गुप्त काल के समय अधिकतर किस प्रकार के सिक्के प्रचलित थे?
a)
सोने के सिक्के
b)
तांबे के सिक्के
c)
कांस्य के सिक्के
d)
लौह के सिक्के
उत्तर: a) सोने के सिक्के

 

गुप्त साम्राज्य की राजधानी क्या थी?
a)
पाटलिपुत्र
b)
मथुरा
c)
काशी
d)
मांडू
उत्तर: a) पाटलिपुत्र

 

मेघदूत’ किसकी रचना है?
a)
कालिदास
b)
भास
c)
शूद्रक
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) कालिदास

 

गुप्त काल के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था कैसी थी?
a)
केंद्रीकृत और सुव्यवस्थित
b)
विकेंद्रीकृत
c)
अराजक
d)
लोकतांत्रिक
उत्तर: a) केंद्रीकृत और सुव्यवस्थित

 

गुप्त साम्राज्य के समय की आर्थिक आधार क्या था?
a)
कृषि
b)
उद्योग
c)
सेवा क्षेत्र
d)
मछली पकड़ना
उत्तर: a) कृषि

 

गुप्त काल के प्रमुख विद्वान कौन थे?
a)
कालिदास और आर्यभट्ट
b)
तूलसीदास और मीरा बाई
c)
बुद्ध और महावीर
d)
हर्षवर्धन और विक्रमादित्य
उत्तर: a) कालिदास और आर्यभट्ट

 

गुप्त काल में किस विद्वान ने शून्य और दशमलव पद्धति का विकास किया?
a)
भास्कराचार्य
b)
आर्यभट्ट
c)
वराहमिहिर
d)
कालिदास
उत्तर: b) आर्यभट्ट

 

गुप्त काल के पतन के बाद भारत में क्या हुआ?
a)
एक मजबूत साम्राज्य बना
b)
छोटे-छोटे राज्यों का उदय हुआ
c)
विदेशी शासन शुरू हुआ
d)
कोई राज्य नहीं बचा
उत्तर: b) छोटे-छोटे राज्यों का उदय हुआ

 

गुप्त काल के दौरान किसने ‘अभिज्ञानशाकुंतलम’ लिखा?
a)
भास
b)
कालिदास
c)
माघ
d)
तुलसीदास
उत्तर: b) कालिदास

 

गुप्त काल में कितने प्रकार की सेना थी?
a)
एक
b)
दो
c)
तीन
d)
चार
उत्तर: c) तीन

 

गुप्त साम्राज्य के पतन के कारणों में क्या शामिल था?
a)
आंतरिक कलह
b)
हूणों का आक्रमण
c)
आर्थिक संकट
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

अजंता की गुफाओं में मुख्यतः किस धर्म की चित्रकला दिखती है?
a)
हिंदू धर्म
b)
बौद्ध धर्म
c)
जैन धर्म
d)
ईसाई धर्म
उत्तर: b) बौद्ध धर्म

 

गुप्त काल के दौरान कौन सा संगीत और नृत्य का विकास हुआ?
a)
शास्त्रीय संगीत और शास्त्रीय नृत्य
b)
लोक संगीत
c)
पश्चिमी संगीत
d)
कोई नहीं
उत्तर: a) शास्त्रीय संगीत और शास्त्रीय नृत्य

 

गुप्त काल की मूर्तिकला की मुख्य विशेषता क्या थी?
a)
कठोर और औपचारिक
b)
प्राकृतिक और भावपूर्ण
c)
अमूर्त
d)
भयानक
उत्तर: b) प्राकृतिक और भावपूर्ण

 

गुप्त काल में किसने नालंदा विश्वविद्यालय को समृद्ध किया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त प्रथम

 

गुप्त साम्राज्य की मुद्रा में किस धातु का अधिक उपयोग हुआ?
a)
तांबा
b)
सोना
c)
लौह
d)
चाँदी
उत्तर: b) सोना

 

गुप्त काल के बाद भारत में किसने राजनीतिक नियंत्रण संभाला?
a)
मुस्लिम आक्रमणकारियों ने
b)
कई छोटे-छोटे राज्य बने
c)
ब्रिटिश साम्राज्य
d)
कोई नहीं
उत्तर: b) कई छोटे-छोटे राज्य बने

 

गुप्त साम्राज्य के दौरान प्रमुख शिक्षा की भाषा क्या थी?
a)
प्राकृत
b)
संस्कृत
c)
पाली
d)
हिंदी
उत्तर: b) संस्कृत

 

गुप्त काल में किसने खगोलशास्त्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया?
a)
वराहमिहिर
b)
आर्यभट्ट
c)
भास्कराचार्य
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल में कौन-सी कला सबसे अधिक प्रसिद्ध हुई?
a)
चित्रकला
b)
मूर्तिकला
c)
वास्तुकला
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल के दौरान कौन सा प्रमुख नाटककार था?
a)
भास
b)
कालिदास
c)
शूद्रक
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) भास

 

गुप्त साम्राज्य की राजधानी कहाँ थी?
a)
पाटलिपुत्र
b)
मथुरा
c)
वाराणसी
d)
काशी
उत्तर: a) पाटलिपुत्र

 

गुप्त काल के महान विद्वान आर्यभट्ट का कौन सा कार्य प्रसिद्ध है?
a)
आर्यभट्टीय
b)
मेघदूत
c)
रघुवंश
d)
अभिज्ञानशाकुंतलम
उत्तर: a) आर्यभट्टीय

 

गुप्त काल के किस शासक ने हूणों के आक्रमणों का सामना किया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त द्वितीय
c)
चन्द्रगुप्त प्रथम
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त द्वितीय

 

गुप्त काल की प्रमुख धार्मिक ग्रंथ कौन सी थी?
a)
वेद और पुराण
b)
बाइबिल
c)
कुरान
d)
टीका
उत्तर: a) वेद और पुराण

 

गुप्त काल में किसने ‘मेघदूत’ लिखा?
a)
कालिदास
b)
भास
c)
माघ
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) कालिदास

 

गुप्त काल की मूर्तिकला किस शैली में थी?
a)
अत्यंत सजग और सुंदर
b)
जटिल और अस्पष्ट
c)
सादा और अमूर्त
d)
कठोर और असहज
उत्तर: a) अत्यंत सजग और सुंदर

 

गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद भारत में कौन-से राजवंशों का उदय हुआ?
a)
मुग़ल
b)
छोटे-छोटे क्षेत्रीय राज्य और राजवंश
c)
ब्रिटिश
d)
कोई नहीं
उत्तर: b) छोटे-छोटे क्षेत्रीय राज्य और राजवंश

 

गुप्त काल के दौरान शासक की राजधानी कौन-सी थी?
a)
उज्जयिनी
b)
पाटलिपुत्र
c)
मथुरा
d)
काशी
उत्तर: b) पाटलिपुत्र

 

गुप्त काल में किसने ‘रघुवंश’ महाकाव्य की रचना की?
a)
कालिदास
b)
माघ
c)
भास
d)
तुलसीदास
उत्तर: b) माघ

 

गुप्त काल के प्रसिद्ध नाटककार भास ने कौन-सा नाटक लिखा?
a)
मालतीमाधव
b)
अभिज्ञानशाकुंतलम
c)
मेघदूत
d)
रघुवंश
उत्तर: a) मालतीमाधव

 

गुप्त काल में किसने ‘कालविदास’ की ख्याति प्राप्त की?
a)
भास
b)
माघ
c)
कालिदास
d)
शूद्रक
उत्तर: c) कालिदास

 

गुप्त काल में किस विदेशी यात्री ने भारत का भ्रमण किया?
a)
ह्वेनसांग
b)
फाहियन
c)
मार्को पोलो
d)
इब्न बतूता
उत्तर: b) फाहियन

 

गुप्त काल की प्रसिद्ध भित्ति चित्र कला कहाँ देखी जाती है?
a)
अजंता गुफाएँ
b)
एलोरा गुफाएँ
c)
खजुराहो मंदिर
d)
कुतुब मीनार
उत्तर: a) अजंता गुफाएँ

 

गुप्त काल की मुद्रा किस धातु की बनी होती थी?
a)
कांसा
b)
तांबा
c)
सोना
d)
चाँदी
उत्तर: c) सोना

 

गुप्त काल के समय किस शासक को ‘महाराजाधिराज’ कहा गया?
a)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
b)
समुद्रगुप्त
c)
कुमारगुप्त प्रथम
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) समुद्रगुप्त

 

गुप्त काल में राज्य की मुख्य भाषा क्या थी?
a)
हिंदी
b)
संस्कृत
c)
प्राकृत
d)
पाली
उत्तर: b) संस्कृत

 

गुप्त काल के समय कौन सी सेना का प्रयोग प्रमुख था?
a)
पैदल सेना
b)
हाथी सेना
c)
घुड़सवार सेना
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त साम्राज्य के दौरान बौद्ध धर्म को किसने संरक्षण दिया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त प्रथम

 

गुप्त काल के दौरान शिक्षा का प्रमुख केंद्र कौन था?
a)
विक्रमशिला विश्वविद्यालय
b)
नालंदा विश्वविद्यालय
c)
तक्षशिला विश्वविद्यालय
d)
कोई नहीं
उत्तर: b) नालंदा विश्वविद्यालय

 

गुप्त काल में कला का विकास किस रूप में हुआ?
a)
मूर्तिकला और वास्तुकला
b)
संगीत और नृत्य
c)
चित्रकला और नाटक
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल के दौरान किसने खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया?
a)
आर्यभट्ट
b)
वराहमिहिर
c)
भास्कराचार्य
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल में ‘शून्य’ का उपयोग किस विद्वान ने किया?
a)
आर्यभट्ट
b)
वराहमिहिर
c)
भास्कराचार्य
d)
कालिदास
उत्तर: a) आर्यभट्ट

 

गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद भारत में किस प्रकार के राज्य बने?
a)
एकीकृत साम्राज्य
b)
क्षेत्रीय छोटे-छोटे राज्य
c)
विदेशी शासन
d)
कोई नहीं
उत्तर: b) क्षेत्रीय छोटे-छोटे राज्य

 

गुप्त काल के शासक किस प्रकार के शासन में विश्वास रखते थे?
a)
लोकतंत्र
b)
राजशाही
c)
गणराज्य
d)
तानाशाही
उत्तर: b) राजशाही

 

गुप्त काल में धार्मिक ग्रंथों के कौन से प्रकार लिखे गए?
a)
वेद
b)
उपनिषद
c)
पुराण
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल की मूर्तिकला किसके प्रभाव में थी?
a)
मौर्य
b)
ग्रीक
c)
रोमन
d)
चीनी
उत्तर: b) ग्रीक

 

गुप्त काल की राजधानी पाटलिपुत्र किस नदी के किनारे थी?
a)
गंगा
b)
यमुना
c)
सरस्वती
d)
नर्मदा
उत्तर: a) गंगा

 

गुप्त काल के दौरान किसने ‘मालतीमाधव’ नाटक लिखा?
a)
कालिदास
b)
भास
c)
माघ
d)
शूद्रक
उत्तर: b) भास

 

गुप्त काल के प्रमुख कवि कालिदास की रचना कौन-सी है?
a)
मेघदूत
b)
रामायण
c)
महाभारत
d)
गीत गोविंद
उत्तर: a) मेघदूत

 

गुप्त काल में सेना के प्रमुख अंग कौन से थे?
a)
पैदल सेना, घुड़सवार सेना, हाथी सेना
b)
केवल पैदल सेना
c)
केवल हाथी सेना
d)
केवल घुड़सवार सेना
उत्तर: a) पैदल सेना, घुड़सवार सेना, हाथी सेना

 

गुप्त काल के दौरान राज्य की आर्थिक स्थिति कैसी थी?
a)
समृद्ध और स्थिर
b)
कमजोर और अस्थिर
c)
युद्धग्रस्त
d)
उपनिवेशित
उत्तर: a) समृद्ध और स्थिर

 

गुप्त काल के शासक समुद्रगुप्त के शासनकाल की अवधि थी?
a)
लगभग 10 वर्ष
b)
लगभग 30 वर्ष
c)
लगभग 50 वर्ष
d)
लगभग 70 वर्ष
उत्तर: b) लगभग 30 वर्ष

 

गुप्त काल की कला का प्रमुख उदाहरण कौन सा है?
a)
अजंता गुफाएं
b)
खजुराहो मंदिर
c)
एलोरा गुफाएं
d)
सूरज मंदिर
उत्तर: a) अजंता गुफाएं

 

गुप्त काल के प्रमुख शासकों में से कौन महावीर और बुद्ध के धर्मों का समर्थन करता था?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त प्रथम

 

गुप्त काल में संस्कृत साहित्य का कौन सा प्रकार प्रमुख था?
a)
काव्य और नाटक
b)
उपनिषद
c)
वेद
d)
पुराण
उत्तर: a) काव्य और नाटक

 

गुप्त काल की मूर्तिकला का प्रमुख विषय था?
a)
भगवान विष्णु और शिव
b)
भगवान बुद्ध
c)
देवी-देवता
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल के दौरान कला के किस क्षेत्र में ‘स्वर्ण युग’ कहा गया?
a)
चित्रकला
b)
वास्तुकला
c)
साहित्य
d)
सभी
उत्तर: d) सभी

 

गुप्त काल में किसने ‘कुमारसंभव’ महाकाव्य लिखा?
a)
कालिदास
b)
भास
c)
माघ
d)
वाल्मीकि
उत्तर: a) कालिदास

 

गुप्त काल के समय में किसने खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण कार्य किया?
a)
आर्यभट्ट
b)
वराहमिहिर
c)
भास्कराचार्य
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल में किसने ‘अर्जुनविजय’ नामक ग्रंथ लिखा?
a)
माघ
b)
कालिदास
c)
भास
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) माघ

 

गुप्त काल की मुद्रा पर प्रमुखता से किसका चित्र अंकित था?
a)
शेर
b)
सिंह
c)
हाथी
d)
घोड़ा
उत्तर: b) सिंह

 

गुप्त काल में किस प्रकार के मंदिर बनाए गए?
a)
गुफा मंदिर
b)
स्तंभ मंदिर
c)
पथरीले मंदिर
d)
लकड़ी के मंदिर
उत्तर: a) गुफा मंदिर

 

गुप्त काल के दौरान विदेशी व्यापार किस क्षेत्र के साथ था?
a)
रोमन साम्राज्य
b)
चीन
c)
दक्षिण-पूर्व एशिया
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल की सेना में किसका विशेष महत्व था?
a)
हाथी सेना
b)
घुड़सवार सेना
c)
पैदल सेना
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल में शिक्षा किस माध्यम से दी जाती थी?
a)
गुरुकुल
b)
विश्वविद्यालय
c)
उपर्युक्त दोनों
d)
कोई नहीं
उत्तर: c) उपर्युक्त दोनों

 

गुप्त काल के समय किसने ‘वैदिक’ और ‘बौद्ध’ धर्म का संरक्षण किया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त प्रथम

 

गुप्त काल में किस विद्वान ने चिकित्सा विज्ञान में योगदान दिया?
a)
धन्वंतरि
b)
आयुर्वेदाचार्य
c)
कुमारगुप्त
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: a) धन्वंतरि

 

गुप्त काल में सबसे प्रचलित साहित्यिक भाषा थी?
a)
हिंदी
b)
संस्कृत
c)
प्राकृत
d)
उर्दू
उत्तर: b) संस्कृत

 

गुप्त काल की मूर्तिकला किस क्षेत्र में अधिक विकसित हुई?
a)
उत्तर भारत
b)
दक्षिण भारत
c)
पूर्व भारत
d)
पश्चिम भारत
उत्तर: a) उत्तर भारत

 

गुप्त काल के शासकों ने कौन सी उपाधि धारण की?
a)
महाराजाधिराज
b)
सम्राट
c)
राजा
d)
सभी उपर्युक्त
उत्तर: a) महाराजाधिराज

 

गुप्त काल के दौरान किसने ‘शून्य’ का सिद्धांत दिया?
a)
आर्यभट्ट
b)
वराहमिहिर
c)
भास्कराचार्य
d)
कालिदास
उत्तर: a) आर्यभट्ट

 

गुप्त काल के दौरान भित्ति चित्रों की शैली कैसी थी?
a)
प्राकृतिक और जीवंत
b)
अमूर्त
c)
कठोर
d)
ज्यामितीय
उत्तर: a) प्राकृतिक और जीवंत

 

गुप्त काल के बाद भारत में किसका उदय हुआ?
a)
मौर्य साम्राज्य
b)
क्षेत्रीय राजवंश
c)
ब्रिटिश शासन
d)
मुस्लिम शासन
उत्तर: b) क्षेत्रीय राजवंश

 

गुप्त काल के दौरान किसने ‘महाभारत’ का संकलन किया?
a)
वेद व्यास
b)
माघ
c)
कालिदास
d)
कोई नहीं


उत्तर: d) कोई नहीं (महाभारत गुप्त काल से पूर्व की रचना है)

गुप्त काल के दौरान किस क्षेत्र में मुख्य रूप से कृषि होती थी?
a)
गंगा घाटी
b)
थार रेगिस्तान
c)
दक्षिण भारत
d)
पश्चिमी भारत
उत्तर: a) गंगा घाटी

 

गुप्त काल के दौरान किसने ‘पंचतंत्र’ के ग्रंथों का विकास किया?
a)
विष्णु शर्मा
b)
कालिदास
c)
माघ
d)
भास
उत्तर: a) विष्णु शर्मा

 

गुप्त काल की स्थापत्य कला का प्रमुख उदाहरण कौन-सा है?
a)
अजंता गुफाएँ
b)
खजुराहो मंदिर
c)
कुतुब मीनार
d)
सूरज मंदिर
उत्तर: a) अजंता गुफाएँ

 

गुप्त काल में किसने ‘वैदिक गणित’ को विकसित किया?
a)
आर्यभट्ट
b)
भास्कराचार्य
c)
वराहमिहिर
d)
माघ
उत्तर: a) आर्यभट्ट

 

गुप्त काल के कौन से शासक ने हूणों से लड़ाई लड़ी?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त द्वितीय
c)
चन्द्रगुप्त प्रथम
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त द्वितीय

 

गुप्त काल के प्रमुख शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय को क्या कहा जाता था?
a)
विक्रमादित्य
b)
अशोक
c)
पृथ्वीराज
d)
अकबर
उत्तर: a) विक्रमादित्य

 

गुप्त काल में किसने ‘मालतीमाधव’ नाटक लिखा?
a)
कालिदास
b)
भास
c)
माघ
d)
शूद्रक
उत्तर: b) भास

 

गुप्त काल में किसने ‘मेघदूत’ लिखा?
a)
कालिदास
b)
माघ
c)
भास
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) कालिदास

 

गुप्त काल में प्रमुख भाषा कौन सी थी?
a)
हिंदी
b)
संस्कृत
c)
प्राकृत
d)
पाली
उत्तर: b) संस्कृत

 

गुप्त साम्राज्य की राजधानी कहाँ थी?
a)
मथुरा
b)
पाटलिपुत्र
c)
उज्जयिनी
d)
काशी
उत्तर: b) पाटलिपुत्र

 

गुप्त काल के दौरान शिक्षा का प्रमुख केंद्र था?
a)
तक्षशिला
b)
नालंदा
c)
विक्रमशिला
d)
काशी विश्वनाथ
उत्तर: b) नालंदा

 

गुप्त काल में किस शासक ने नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण कराया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त प्रथम

 

गुप्त काल में कला का प्रमुख उदाहरण क्या है?
a)
खजुराहो मंदिर
b)
अजंता गुफाएं
c)
कुतुब मीनार
d)
सूरज मंदिर
उत्तर: b) अजंता गुफाएं

 

गुप्त काल के कौन से शासक को ‘महाराजाधिराज’ कहा गया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
c)
कुमारगुप्त प्रथम
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: a) समुद्रगुप्त

 

गुप्त काल के पतन का मुख्य कारण क्या था?
a)
प्राकृतिक आपदाएँ
b)
हूणों का आक्रमण
c)
आर्थिक संकट
d)
विदेशी आक्रमण
उत्तर: b) हूणों का आक्रमण

 

गुप्त काल के दौरान कौन सी सेना प्रमुख थी?
a)
पैदल सेना
b)
घुड़सवार सेना
c)
हाथी सेना
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल के दौरान प्रमुख धार्मिक ग्रंथ कौन से थे?
a)
वेद और पुराण
b)
बाइबिल
c)
कुरान
d)
उपनिषद
उत्तर: a) वेद और पुराण

 

गुप्त काल में किस विद्वान ने खगोल विज्ञान में योगदान दिया?
a)
आर्यभट्ट
b)
वराहमिहिर
c)
भास्कराचार्य
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल की मूर्तिकला किस शैली में बनी थी?
a)
ग्रीक प्रभाव वाली
b)
मौर्य शैली
c)
प्राकृतिक और भावपूर्ण
d)
अमूर्त
उत्तर: c) प्राकृतिक और भावपूर्ण

 

गुप्त काल में किसने ‘कुमारसंभव’ महाकाव्य लिखा?
a)
माघ
b)
कालिदास
c)
भास
d)
वाल्मीकि
उत्तर: b) कालिदास

 

गुप्त काल के दौरान किस विदेशी यात्री ने भारत का भ्रमण किया?
a)
ह्वेनसांग
b)
फाहियन
c)
मार्को पोलो
d)
इब्न बतूता
उत्तर: b) फाहियन

 

गुप्त काल में किस शासक को ‘नरोत्तम’ कहा जाता था?
a)
समुद्रगुप्त
b)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
c)
कुमारगुप्त प्रथम
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: a) समुद्रगुप्त

 

गुप्त काल की प्रमुख आर्थिक गतिविधि क्या थी?
a)
कृषि
b)
उद्योग
c)
व्यापार
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल में किसने ‘रघुवंश’ महाकाव्य लिखा?
a)
माघ
b)
कालिदास
c)
भास
d)
तुलसीदास
उत्तर: a) माघ

 

गुप्त काल में किसने ‘अर्जुनविजय’ महाकाव्य लिखा?
a)
माघ
b)
कालिदास
c)
भास
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) माघ

 

गुप्त काल में किसे ‘स्वर्ण युग’ कहा जाता है?
a)
कला और साहित्य के विकास के कारण
b)
सेना की ताकत के कारण
c)
आर्थिक समृद्धि के कारण
d)
धार्मिक उथान के कारण
उत्तर: a) कला और साहित्य के विकास के कारण

 

गुप्त काल में किस शासक ने हूणों के आक्रमणों का सामना किया?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त द्वितीय
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त द्वितीय

 

गुप्त काल के बाद भारत में किस प्रकार के राज्य बने?
a)
एकीकृत साम्राज्य
b)
छोटे-छोटे क्षेत्रीय राज्य
c)
विदेशी उपनिवेश
d)
कोई नहीं
उत्तर: b) छोटे-छोटे क्षेत्रीय राज्य

 

गुप्त काल में किसने ‘मेघदूत’ लिखा?
a)
कालिदास
b)
माघ
c)
भास
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) कालिदास

 

गुप्त काल में किसने ‘अभिज्ञानशाकुंतलम’ लिखा?
a)
भास
b)
कालिदास
c)
माघ
d)
तुलसीदास
उत्तर: b) कालिदास

 

गुप्त काल की मूर्तिकला का प्रमुख विषय क्या था?
a)
भगवान विष्णु और शिव
b)
भगवान बुद्ध
c)
देवी-देवता
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल की कला का प्रमुख केंद्र कौन सा था?
a)
अजंता गुफाएं
b)
खजुराहो मंदिर
c)
एलोरा गुफाएं
d)
कुतुब मीनार
उत्तर: a) अजंता गुफाएं

 

गुप्त काल में किसने ‘पंचतंत्र’ की रचना की?
a)
विष्णु शर्मा
b)
कालिदास
c)
माघ
d)
भास
उत्तर: a) विष्णु शर्मा

 

 

गुप्त काल के प्रमुख शासक समुद्रगुप्त का तख़्ती पर क्या लिखा था?
a)
विजय सूची
b)
शांति काल का वर्णन
c)
धार्मिक ग्रंथ
d)
नाटक
उत्तर: a) विजय सूची

 

गुप्त काल में किसने ‘शिशुपाल वध’ नामक काव्य लिखा?
a)
माघ
b)
कालिदास
c)
भास
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) माघ

 

गुप्त काल की राजधानी पाटलिपुत्र किस नदी के किनारे स्थित थी?
a)
यमुना
b)
गंगा
c)
सरस्वती
d)
नर्मदा
उत्तर: b) गंगा

 

गुप्त काल में किसने ‘कुमारसंभव’ नामक महाकाव्य लिखा?
a)
माघ
b)
कालिदास
c)
भास
d)
वाल्मीकि
उत्तर: b) कालिदास

 

गुप्त काल में किस विदेशी यात्री ने भारत भ्रमण किया और अपनी यात्रा का वर्णन किया?
a)
फाहियन
b)
ह्वेनसांग
c)
मार्को पोलो
d)
इब्न बतूता
उत्तर: a) फाहियन

 

गुप्त काल के दौरान कला का विकास किस क्षेत्र में हुआ?
a)
मूर्तिकला, चित्रकला और वास्तुकला
b)
संगीत और नृत्य
c)
साहित्य
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल के किस शासक को ‘महाराजाधिराज’ कहा गया?
a)
कुमारगुप्त प्रथम
b)
समुद्रगुप्त
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) समुद्रगुप्त

 

गुप्त काल की प्रमुख भाषा कौन सी थी?
a)
प्राकृत
b)
पाली
c)
संस्कृत
d)
हिंदी
उत्तर: c) संस्कृत

 

गुप्त काल में नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना किस शासक ने की?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: b) कुमारगुप्त प्रथम

 

गुप्त काल में कौन से धार्मिक ग्रंथ लिखे गए?
a)
वेद और उपनिषद
b)
बाइबिल
c)
कुरान
d)
उपर्युक्त कोई नहीं
उत्तर: a) वेद और उपनिषद

 

गुप्त काल में किसने खगोल विज्ञान और गणित में महत्वपूर्ण योगदान दिया?
a)
वराहमिहिर
b)
आर्यभट्ट
c)
भास्कराचार्य
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल के पतन का मुख्य कारण क्या था?
a)
विदेशी आक्रमण
b)
आंतरिक कलह
c)
आर्थिक संकट
d)
हूणों का आक्रमण
उत्तर: d) हूणों का आक्रमण

 

गुप्त काल में प्रमुख मुद्रा कौन सी थी?
a)
तांबे के सिक्के
b)
स्वर्ण सिक्के
c)
कांसे के सिक्के
d)
लौह के सिक्के
उत्तर: b) स्वर्ण सिक्के

 

गुप्त काल के दौरान प्रमुख नाटककार कौन थे?
a)
भास
b)
कालिदास
c)
शूद्रक
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) भास

 

गुप्त काल की मूर्तिकला किस प्रभाव में थी?
a)
मौर्य
b)
ग्रीक
c)
रोमन
d)
चीनी
उत्तर: b) ग्रीक

 

गुप्त काल की प्रसिद्ध भित्ति चित्र कला कहाँ देखी जाती है?
a)
अजंता गुफाएँ
b)
एलोरा गुफाएँ
c)
खजुराहो मंदिर
d)
कुतुब मीनार
उत्तर: a) अजंता गुफाएँ

 

गुप्त काल में कौन सी सेना प्रमुख थी?
a)
पैदल सेना
b)
हाथी सेना
c)
घुड़सवार सेना
d)
उपर्युक्त सभी
उत्तर: d) उपर्युक्त सभी

 

गुप्त काल में किसने ‘मेघदूत’ लिखा?
a)
कालिदास
b)
माघ
c)
भास
d)
हर्षवर्धन
उत्तर: a) कालिदास

 

गुप्त काल के कौन से शासक को ‘विक्रमादित्य’ कहा जाता है?
a)
समुद्रगुप्त
b)
कुमारगुप्त प्रथम
c)
चन्द्रगुप्त द्वितीय
d)
विक्रमादित्य
उत्तर: c) चन्द्रगुप्त द्वितीय

 

गुप्त काल की राजधानी पाटलिपुत्र किस नदी के किनारे स्थित थी?
a)
गंगा
b)
यमुना
c)
सरस्वती
d)
नर्मदा
उत्तर: a) गंगा