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गुप्त काल के महत्वपूर्ण प्रश्न (Most Important Quetions of Gupta)

Most Important Quetions of Gupta 


1. गुप्त साम्राज्य का संस्थापक कौन था ?
- श्रीगुप्त

2. गुप्त साम्राज्य का उदय कब हुआ था ?
- तीसरी शताब्दी

3. गुप्त साम्राज्य की स्थापना कहाँ हुई थी ?
- कौशाम्बी में

4. श्रीगुप्त का शासन काल कब-से-कब तक रहा ?
- 240 ई० – 280 ई०

5. श्रीगुप्त का उत्तराधिकारी कौन बना ?
- घटोत्कच

6. घटोत्कच किसका पुत्र था ?
- श्रीगुप्त

7. घटोत्कच का शासन काल कब-से-कब तक रहा ?
- 280 ई० – 320 ई०

8. घटोत्कच का उत्तराधिकारी कौन बना ?
- चन्द्रगुप्त प्रथम

9. चन्द्रगुप्त प्रथम ने किससे शादी की ?
- कुमार देवी

10. कुमार देवी कहाँ की राजकुमारी थी ?
- लिच्छवी

11. चन्द्रगुप्त प्रथम किसकी उपाधि धारण की थी ?
- महाराजाधिराज

12. गुप्त सवंत् की शुरुआत किसने की थी ?
- चन्द्रगुप्त प्रथम

13. चन्द्रगुप्त प्रथम का उत्तराधिकारी कौन बना ?
- समुद्रगुप्त

14. समुद्रगुप्त किसका पुत्र था ?
- चन्द्रगुप्त प्रथम

15. समुद्रगुप्त राजगद्दी पर कब बैठा ?
- 335 ई०

16. समुद्रगुप्त ने आर्यावर्त के कितने शासकों को पराजित किया था ?
- 9

17. दक्षिणावर्त के कितने शासको को समुद्रगुप्त ने पराजित किया था ?
- 12

18. भारतीय इतिहासकारों ने समुद्रगुप्त को किस नाम से संबोधित किया है ?
- भारत का नेपोलियन

19. समुद्रगुप्त के दरबारी कवी का नाम क्या था ?
- हरिषेण

20. हरिषेण ने किसकी रचना की थी ?
- इलाहाबाद प्रशस्ति लेख

21. अश्वमेधकर्ता की उपाधि धारण करने वाले राजा का नाम क्या है ?
- समुद्रगुप्त


22. समुद्रगुप्त ने अश्वमेधकर्ता की उपाधि कब धारण की थी ?
- 360 ई०

23. महाराजाधिराज और विक्रमांक की उपाधि धारण करने वाले शासक कौन है ?
- समुद्रगुप्त

24. कविराज के नाम से किस शासक को कहा जाता है ?
- समुद्रगुप्त

25. समुद्रगुप्त किस भगवान का उपासक था ?
- विष्णु

26. समुद्रगुप्त किस धर्म का उपासक था ?
- हिन्दू धर्म

27. समुद्रगुप्त के मृत्यु के पश्चात् मगध के सिहांसन पर कौन बैठा ?
- रामगुप्त

28. रामगुप्त किसका पुत्र था ?
- समुद्रगुप्त

29. गुप्त वंश का सबसे कमजोर शासक कौन हुआ ?
- रामगुप्त

30. रामगुप्त की हत्या किसने की ?
- चन्द्रगुप्त ll

31. चन्द्रगुप्त ll कौन था ?
- रामगुप्त का छोटा भाई

32. रामगुप्त के मृत्यु के बाद मगध के गद्दी पर कौन बैठा ?
- चन्द्रगुप्त ll

33. चन्द्रगुप्त ll ने मगध की गद्दी पर अपना अधिकार कब जमाया ?
- 380 ई०

34. विक्रमादित्य के नाम से किस शासक को ख्याति मिली ?

 - चन्द्रगुप्त ll


35. चन्द्रगुप्त के दरबार का महान कवि का नाम क्या था ?
- महाकवि कालिदास

36. चन्द्रगुप्त ll ने अपना पहला राजधानी कहाँ बनाया ?
- पाटलिपुत्र

37. चन्द्रगुप्त ll ने अपना दूसरी राजधानी कहाँ बनाया ?
- उज्जयिनी

38. चन्द्रगुप्त ll की महारानी का नाम क्या थी ?
- ध्रुवस्वामिनी

39. चन्द्रगुप्त ll का उत्तराधिकारी कौन बना ?
- कुमारगुप्त प्रथम

40. कुमारगुप्त प्रथम का अन्य दूसरा नाम क्या था ?
- महेन्द्रादित्य

41. नालंदा विश्वविधालय की स्थापना किसने की थी ?
- कुमारगुप्त

42. कुमारगुप्त का शासन किस लिए प्रसिद्ध था ?
- शांति और समृधि

43. कुमारगुप्त का उत्तराधिकारी कौन था ?
- स्कंधगुप्त

44. स्कंधगुप्त का शासन काल कब-से-कब तक रहा ?
- 455 ई० – 467 ई०

45. स्कंधगुप्त ने सौराष्ट्र का गर्वनर किसे बनाया ?
- पर्णदत

46. गुप्त वंश का अंतिम शासक कौन था ?
- भानुगुप्त

47. गुप्त काल में ग्राम प्रशासन सबसे ........... इकाई थी l
- छोटी

48. गुप्त काल में ग्राम सभा के मुखिया को क्या कहा जाता था ?
- ग्रामिक

49. ग्राम सभा के अन्य सदस्यों को क्या कहा जाता था ?
- महत्तर

50. ग्राम समूहों की छोटी इकाई क्या कहलाती थी ?

- पेठ

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  मराठों का उत्कर्ष (Marathas high) > मराठा साम्राज्य का संस्थापक शिवाजी थे शिवाजी का जन्म 6 अप्रैल, 1627 ई. में शिवनेर दुर्ग (जुन्नार के समीप) में हुआ था > शिवाजी के पिता का नाम शाहजी भोंसले एवं माता का नाम जीजाबाई था। > शाहजी भोंसले की दूसरी पत्नी का नाम तुकाबाई मोहिते था । > शिवाजी के आध्यात्मिक क्षेत्र में शिवाजी के आचरण पर गुरु रामदास का काफी प्रभाव था। > शिवाजी का विवाह साइबाई निम्बालकर से 1640 ई. में हुआ।  > शिवाजी के  गुरु कोंडदेव थे। > शाहजी ने शिवाजी को पूना की जागीर प्रदान कर स्वयं बीजापुर रियासत में नौकरी कर ली। > अपने सैन्य अभियान के अन्तर्गत 1644 ई. में शिवाजी ने सर्वप्रथम बीजापुर के तोरण नामक पहाड़ी किले पर अधिकार किया। > 1656 ई. में शिवाजी ने रायगढ़ को अपनी राजधानी बनाया। > शिवाजी को राजा की उपाधि औरंगजेब ने दी थी > बीजापुर के सुल्तान ने अपने योग्य सेनापति अफजल खों को सितम्बर, 1659 ई. में शिवाजी को पराजित करने के लिए भेजा। > शिवाजी ने 10 नवम्बर, 1659 को अफ़जल खाँ की हत्या कर दी। > शिवाजी ने सूरत को 1664 ई. एवं 1670 ई. में लूटा । &g

Maurya Empire (मौर्य साम्राज्य)

 Maurya Empire (मौर्य साम्राज्य)  * मौर्य वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य का जन्म 345 ई. पू. में हुआ था। जस्टिन ने चन्द्रगुप्त मौर्य को सेन्ड्रोकोट्टस कहा है, जिसकी पहचान विलियम जोन्स ने चन्द्रगुप्त मौर्य से की है। * विशाखदत्त कृत मुद्राराक्षस में चन्द्रगुप्त मौर्य के लिए वृषल (आशय-निम्न कुल में उत्पन्न) शब्द का प्रयोग किया गया * घनानंद को हराने में चाणक्य (कौटिल्य/विष्णुगुप्त) ने चन्द्रगुप्त मौर्य की मदद की थी, जो बाद में चन्द्रगुप्त का प्रधानमंत्री बना। इसके द्वारा लिखित पुस्तक अर्थशास्त्र है, जिसका संबंध राजनीति से है। * चन्द्रगुप्त मगध की राजगद्दी पर 322 ईसा पूर्व में बैठा। चन्द्रगुप्त जैनधर्म का अनुयायी था । * चन्द्रगुप्त ने अपना अंतिम समय कर्नाटक के श्रवणबेलगोला नामक स्थान पर बिताया । * चन्द्रगुप्त ने 305 ईसा पूर्व में सेल्यूकस निकेटर को हराया। * सेल्यूकस निकेटर ने अपनी पुत्री कार्नेलिया की शादी चन्द्रगुप्त मौर्य के साथ कर दी और युद्ध की संधि शर्तो के अनुसार चार प्रांत काबुल, कन्यार, हेरात एवं मकरान चन्द्रगुप्त को दिए। * चन्द्रगुप्त मौर्य  ने जैनी गुरु भद्रबाहु से जैनधर्म की दी

Sikander Mahan (सिकंदर महान)

Sikander Mahan (सिकंदर महान) *  सिकन्दर का जन्म 356 ईसा पूर्व में हुआ। *  सिकन्दर के पिता का नाम फिलिप था। *  फिलिप 359 ईसा पूर्व में मकदूनिया का शासक बना। इसकी हत्या 329 ईसा पूर्व में कर दी गयी। *  सिकन्दर अरस्तू का शिष्य था। * सिकन्दर ने भारत-विजय का अभियान 326 ईसा पूर्व में प्रारंभ किया। * सिकन्दर का सेनापति सेल्यूकस निकेटर था। * सिकन्दर को पंजाब के शासक पीरस के साथ युद्ध करना पड़ा, जिसे हाइडेस्पीज के युद्ध या झेलम (वितस्ता) का युद्ध के नाम से जाना जाता है। * सिकन्दर की सेना ने व्यास नदी के पश्चिमी तट पर पहुँचकर उसे पार करने से इन्कार कर दिया। * सिकन्दर स्थल-मार्ग द्वारा 325 ईसा पूर्व में भारत से लीटा। * सिकन्दर की मृत्यु 323 ईसा पूर्व में बेबीलोन में 33 वर्ष की अवस्था में हो गयी। * सिकन्दर का जल-सेनापति था-निर्याकस। * सिकन्दर का प्रिय घोड़ा बऊकेफला था। इसी के नाम पर इसने झेलम नदी के तट पर बऊकेफला नामक नगर बसाया। भारत का इतिहास  ,  प्राचीन भारत  

Vakataka Dynasty (वाकाटक राजवंश)

Vakataka Dynasty (वाकाटक राजवंश) *  वाकाटक राजवंश की स्थापना 255 ई. के लगभग विन्ध्यशक्ति नामक व्यक्ति ने की थी। इसके पूर्वज सातवाहनों के अधीन बरार (विद्भ) के स्थानीय शासक थे। *  विन्ध्यशक्ति के पश्चात उसका पुत्र प्रवरसेन प्रथम (275-335 ई.) शासक हुआ। वाकाटक वंश का वह अकेला ऐसा शासक था जिसने सम्राट की उपाधि धारण की थी। पुराणों से पता चलता है कि इसने चार अश्वमेध यज्ञ किया था । *  प्रवरसेन के पश्चात वाकाटक साम्राज्य दो शाखाओ में विभक्त हो गया-प्रधान शाखा तथा बासीय (वरसगुल्म) शाखा। दोनों शाखाएँ समानान्तर रूप से शासन किया। *  प्रधान शाखा के प्रमुख राजा-रूद्रसेन प्रथम (335-360ई.), प्रभावती गुप्ता का संरक्षण काल (390-410), प्रवरसेन द्वितीय (41-440 ई.) नरेन्द्र सेन (440-460 ई.), पृथ्वीसेन द्वितीय (460-480 ई.) *  गुप्त शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय ने अपनी पुत्री प्रभावती गुप्ता का विवाह वाकाटक नरेश रूद्रसेन द्वितीय से किया वाकाटकों का राज्य गुप्त एवं शक राज्यों के बीच था। राज्यों पर विजय प्राप्त करने के लिए चन्द्रगुप्त-II ने इस संबंध को स्थापित किया था बिवाह के समय बाद रूद्रसेन द्वितीय की मृत्यु हो

खिलजी वंश (Khilji Dynasty)

  खिलजी वंश : 1290 से 1320 ई.(Khilji Dynasty: 1290 to 1320 AD) > गुलाम वंश के शासन को समाप्त कर 13 जून, 1290 ई. को जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने खिलजी वंश की स्थापना की । > इसने किलोखरी को अपनी राजधानी बनाया। > जलालुद्दीन की हत्या 1296 ई. में उसके भतीजा एवं दामाद अलाउद्दीन कड़ामानिकपुर (इलाहाबाद) में कर दी। > खिलजी ने 22 अक्टू.1296 में अलाउद्दीन दिल्ली का सुल्तान बना। > अलाउद्दीन के बचपन का नाम अली तथा गुरशास्प था। > अलाउद्दीन खिलजी ने सेना को नकद वेतन देने एवं स्थायी सेना की नींव रखी। दिल्ली के शासकों में अलाउद्दीन खिलजी के पास सबसे विशाल स्थायी सेना थी । Note :- अमीर खुसरो का मूल नाम मुहम्मद हसन था। उसका जन्म पटियाली (पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बदायूँ के पास) में 1253 ई. में हुआ था। खुसरो प्रसिद्ध सूफी संत शेख निजामुद्दीन औलिया के शिष्य थे। वह बलबन से लेकर मुहम्मद तुगलक तक दिल्ली सुल्तानों के दरबार में रहे । इन्हें तुतिए हिन्द (भारत का तोता) के नाम से भी जाना जाता है। सितार एवं तबले के आविष्कार का श्रेय अमीर खुसरो को ही दिया जाता है । > अलाउद्दीन ने भूराजस्व की दर को ब

Vaishnava Dharma वैष्णव धर्म

वैष्णव धर्म *   वैष्णव धर्म के विषय में प्रारंभिक जानकारी उपनिपदों से मिलती है। इसका विकास भगवत धर्म से हुआ। नारायण के पूजक मूलतः पंचरात्र कहे जाते थे । * वैष्णव धर्म के प्रवर्तक कृष्ण थे, जो वृषण कबीले के थे और जिनका निवास स्थान मथुरा था। * कृष्ण का उल्लेख सर्वप्रथम छांदोग्य उपनिषद् में देवकी पुत्र और अंगिरस के शिष्य के रूप में हुआ है। वासुदेव कृष्ण का सबसे प्रारंभिक  अभिलेखीय उल्लेख बेसनगर स्तम्भ अभिलेख में पाया गया है। * विष्णु  के दस अवतारों का उल्लेख मत्स्यपुराण में मिलता है। दस अवतार इस प्रकार है-मत्य, कू्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, बलराम, बुद्ध एवं कल्कि । गुप्तकाल में विष्णु का वराह अवतार सर्वाधिक प्रसिद्ध था। * वैष्णव धर्म में ईश्वर को प्राप्त करने के लिए सर्वाधिक महत्व भक्ति को दिया गया है। नोट : भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र में छः तिलियाँ हैं। प्रमुख सम्प्रदाय, मत एवं आचार्य प्रमुख सम्प्रदाय                     मत                           आचार्य वैष्णव सम्प्रदाय                          विशिष्टाद्वैत              रामानुज ब्राह्मण सम्प्रदाय                      द्